याद तो ज़रूर होगा? मेरी कविता

कोरे काग़ज़ पे पैगाम भेजना
तेरी हर यादों को सहेजना
इन्ही यादों से प्यार अपना मशहूर होगा 
याद तो ज़रूर होगा?
❤️❤️❤️
मेरे आने से वो तेरा बेबाक हो जाना
मोहब्बत के सपनो का था अशियाना
लोगों की नज़रें वो बदलता ठिकाना
याद तो ज़रूर होगा
❤️❤️❤️
बात बात पर तेरा रूठ जाना
मेरी शायरी करना वो तेरा मुस्कुराना
शर्मा के तेरा दांतो तले उंगली दबाना
याद तो ज़रूर होगा?
❤️❤️❤️
मेरे बुलाने से तेरा छत पे नंगे पाओं आ जाना
हमारे इश्क़ के खतों का अखबार हो जाना
तेरी आशिकी मे यू मेरा बर्बाद हो जाना
याद तो ज़रूर होगा?
                ©ROHIT_KALAMKAR

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